@SriSri
जिस देश के धर्मगुरु, माध्यम और न्यायलय निष्पक्ष और निडर होते हैं उस देश के बिगड़े हुए राजनेता भी देर अबेर सुधर जाते हैं|
@SriSri
Admitting arrogance & mistakes itself is a virtue. If leaders in every field cultivate this there won't be any bitterness or guilt.
जिस देश के धर्मगुरु, माध्यम और न्यायलय निष्पक्ष और निडर होते हैं उस देश के बिगड़े हुए राजनेता भी देर अबेर सुधर जाते हैं|
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Admitting arrogance & mistakes itself is a virtue. If leaders in every field cultivate this there won't be any bitterness or guilt.
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