@SriSri
तुम कांटे हो या फूल, पत्ते हो या फल | तुम जैसे भी हो, शिव तुम्हें स्वीकार करते हैं |
@SriSri
ईश्वर की स्वीकृति जान कर अपने में विश्राम करो | साथ ही साथ निष्ठा से काम करो |
तुम कांटे हो या फूल, पत्ते हो या फल | तुम जैसे भी हो, शिव तुम्हें स्वीकार करते हैं |
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ईश्वर की स्वीकृति जान कर अपने में विश्राम करो | साथ ही साथ निष्ठा से काम करो |
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